भारत में प्राचीन काल से ही हर जानवर को किसी न किसी देवता से जोड़ा गया है। जैसे – शेर मां दुर्गा का वाहन है, मूसक (चूहा) गणेश जी का वाहन है, गरुड़ भगवान विष्णु का वाहन है और बैल नंदी भगवान शिव का वाहन है। लेकिन जब बात बिल्ली की आती है तो लोगों के मन में सवाल उठता है – कौन से देवता का वाहन है बिल्ली? और क्यों इसे देखना कई बार अशुभ समझा जाता है? इस ब्लॉग में हम इसी रहस्य को समझेंगे और साथ ही वास्तु शास्त्र , वास्तु टिप्स और धार्मिक मान्यताओं के आधार पर जानेंगे कि बिल्ली को क्यों अशुभ माना जाता है और असलियत क्या है।
बिल्ली किस देवता की सवारी है?
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, बिल्ली देवी शश्ठी का वाहन मानी जाती है। शश्ठी माता को बच्चों और प्रसव की देवी कहा गया है। पुराने समय में जब घर में बच्चे का जन्म होता था तो लोग शश्ठी माता की पूजा करते थे और माना जाता था कि माता बिल्ली पर सवार होकर आती हैं।
कुछ ग्रंथों में यह भी उल्लेख मिलता है कि अलक्ष्मी (लक्ष्मी जी की बहन) का वाहन भी बिल्ली मानी जाती है। अलक्ष्मी को दरिद्रता और अशुभता की देवी कहा गया है। इसी वजह से बहुत से लोग बिल्ली को नकारात्मक ऊर्जा और अशुभ मानते हैं।
बिल्ली को देखना अशुभ क्यों माना जाता है?
भारत में कई अंधविश्वास और परंपराएं हैं। खासकर काली बिल्ली को लेकर यह धारणा है कि अगर रास्ता काट दे तो काम बिगड़ सकता है।
इसकी कुछ मान्यताएं –
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अलक्ष्मी का वाहन होने के कारण इसे अशुभ मानते हैं।
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काली बिल्ली रात में दिखे तो लोग डरते है और इसे नकारात्मक ऊर्जा का संकेत मानते हैं।
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कुछ जगहों पर माना जाता है कि बिल्ली घर में घुसे तो धन की हानि हो सकती है।
लेकिन वास्तु शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यह केवल अंधविश्वास है। असलियत में बिल्ली का कोई दोष घर पर नहीं पड़ता।
घर में भगवान कृष्ण की तस्वीर लगाने के फायदे
यहाँ एक दिलचस्प बात यह है कि जहां बिल्ली को लोग अशुभ मानते हैं, वहीं घर में भगवान कृष्ण की तस्वीर लगाने के फायदे गिनाए गए हैं।
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यह घर में सकारात्मक ऊर्जा लाती है।
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परिवार के बीच भक्ति और प्रेम बढ़ता है।
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माना जाता है कि श्री कृष्ण की तस्वीर से घर में भाग्य अच्छा होता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार भगवान की तस्वीरें कहाँ लगाएं
वास्तु शास्त्र में यह साफ बताया गया है कि भगवान की तस्वीरें घर में गलत दिशा में नहीं लगानी चाहिए।
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श्री कृष्ण या लॉर्ड कृष्णा की तस्वीर उत्तर-पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है।
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मुख्य द्वार पर कृष्ण जी की फोटो लगाने से नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश नहीं करती।
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पूजा घर में हमेशा कृष्ण जी का मुस्कुराता हुआ स्वरूप लगाना बेहतर होता है।
घर में भगवान कृष्ण की तस्वीर लगाने से सुख-समृद्धि
वास्तु शास्त्र कहता है कि जब घर में श्री कृष्ण की तस्वीर होती है, तो परिवार में समृद्धि और धन का आगमन बढ़ता है।
बिल्ली और भगवान कृष्ण से जुड़ी मान्यताएँ
मान्यता | बिल्ली | भगवान कृष्ण |
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वाहन किसका? | शश्ठी माता / अलक्ष्मी | गरुड़ (लेकिन तस्वीर घर में शुभ) |
प्रभाव | कई लोग अशुभ मानते हैं | सुख-समृद्धि और भाग्य लाते हैं |
वास्तु शास्त्र में मान्यता | नकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक | सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक |
घर में कृष्ण की फोटो लगाने से वास्तु दोष दूर होते हैं
अगर घर में लंबे समय से काम अटक रहे हों, या मानसिक तनाव बढ़ रहा हो, तो कृष्ण जी की फोटो लगाने से राहत मिलती है। यह माना जाता है कि कृष्ण का नाम और उनकी तस्वीर वास्तु दोष को कम करती है।
घर में भगवान की तस्वीर लगाने का सही दिशा
वास्तु टिप्स :
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पूजा घर हमेशा ईशान कोण (उत्तर-पूर्व) में होना चाहिए।
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कृष्ण जी की तस्वीर या फोटो उत्तर-पूर्व या पूर्व दिशा में लगानी चाहिए।
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सोने के कमरे में भगवान की तस्वीर लगाना उचित नहीं माना जाता।
घर में कृष्ण जी की तस्वीर लगाने से धन और समृद्धि आती है
हिंदू धर्म के अनुसार, घर में कृष्ण जी की तस्वीर लगाने से धन और समृद्धि आती है।
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यह परिवार में खुशहाली लाता है।
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कर्ज और आर्थिक परेशानियों से राहत मिलती है।
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घर में भाग्य का दरवाज़ा खुलता है।
कृष्ण जी की फोटो घर के मुख्य द्वार पर लगाने से लाभ
कई वास्तु विशेषज्ञ मानते हैं कि मुख्य द्वार पर श्री कृष्ण की फोटो लगाने से:
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नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश नहीं करती।
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घर के लोगों में आपसी प्रेम और भक्ति बढ़ती है।
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बाहर से आने वाली बुरी नजर और अशुभ प्रभाव खत्म होते हैं।
घर में वास्तु दोष को दूर करने के उपाय
अगर घर में लगातार समस्या आ रही है, तो कुछ आसान उपाय अपनाए जा सकते हैं:
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कृष्ण जी की तस्वीर उत्तर दिशा में लगाएं।
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पूजा घर को साफ रखें।
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रोजाना श्री कृष्ण का नाम लेकर भक्ति करें।
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घर में गायत्री मंत्र या श्री कृष्ण भजन गूंजे तो वास्तु दोष कम होते हैं।
घर में भगवान की तस्वीर लगाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है
जहां लोग बिल्ली को देखकर डरते हैं और इसे अशुभ मानते हैं, वहीं भगवान की तस्वीर नकारात्मकता को दूर करती है। घर में भगवान का मुस्कुराता हुआ स्वरूप लगाने से वातावरण पवित्र होता है और सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।
बिल्ली और वास्तु शास्त्र की मान्यताएँ
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बिल्ली देवी शश्ठी माता और अलक्ष्मी का वाहन मानी जाती है।
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काली बिल्ली को देखकर काम बिगड़ने का डर पुराना अंधविश्वास है।
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वास्तु शास्त्र में बिल्ली का कोई दोष नहीं बताया गया है।
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असली असर भगवान की तस्वीर और भक्ति से आता है।
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श्री कृष्ण की तस्वीर घर में समृद्धि, धन और भाग्य लाती है।
निष्कर्ष
तो दोस्तों, अब आप समझ गए होंगे कि कौन से देवता का वाहन है बिल्ली? और इसे देखना क्यों अशुभ माना जाता है। असल में बिल्ली को अशुभ मानना सिर्फ अंधविश्वास है। हां, पौराणिक मान्यताओं में इसे अलक्ष्मी और शश्ठी माता से जोड़ा गया है, परंतु वास्तु शास्त्र कहता है कि असली शुभ-अशुभ भगवान की तस्वीर और उनकी भक्ति से आता है।
अगर आप चाहते हैं कि आपके घर में हमेशा सकारात्मक ऊर्जा, धन, समृद्धि और भाग्य बना रहे तो बिल्ली से डरने की जगह श्री कृष्ण की तस्वीर सही दिशा में लगाएं और उनकी भक्ति करें।